अन आ दनियाईस ने पण आपाँ भी ज्याँने आत्मा को पेलो फळ मल्यो हो, आपाँ भी दकऊँ तड़परिया हा। काँके आपाँ ईं बात की वाट नाळरिया हे के, वो आपाँने आपणी ओलाद का जस्यान मान ले अन आपणो देहऊँ छुटकारो वे जावे।
ईंको मतलब ओ हे के, परमेसर अबराम का पिड़ीऊँ देह का रूप में जनम्याँ मनकाँ ने आपणाँ मनक ने माने हे, पण परमेसर वाँने अबराम का बंस का माने, जीं परमेसर का वादा का जस्यान जनम्याँ हे।
माँ आ बात मेपणोऊँ अन साप हरदाऊँ के सका हाँ के, माँ ईं दनियाँ का हाते अन खासतोरऊँ थाँका हाते परमेसर की दया के जस्यान चाल्या हा अन हव तरियाऊँ अन हाँच का हाते चाल्या हा ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ मले हे ईं दनियाँ की अकलऊँ ने मले हे।
अन थाँ ज्यो परमेसर का बेटा-बेटी हो, ईं वाते परमेसर ने आपणाँ पूत की आत्माने थाँका हरदा में खन्दई, वाईस आत्मा “हो बापू, हो पीता” केन परमेसर ने हेलो पाड़े हे।
थाँ कस्यान जाण सको के, कूण परमेसर को बेटा हे? कूण सेतान को बेटा हे? हरेक वीं मनक ज्यो धरम का काम ने करे अन आपणाँ विस्वासी भईऊँ परेम ने करे वीं परमेसर का आड़ीऊँ कोयने हे।
हो मारा प्यारा भायाँ, अबे आपाँ परमेसर का बेटा-बेटी हाँ, पण आबावाळी टेम में आपाँ कई वेवा, ईंका बारा में आपाँने ग्यान ने दिदो ग्यो हे, पण छावे ज्यो भी वे, आपाँ ओ जाणा हाँ के, जद्याँ मसी पाच्छा परगट वेई, तद्याँ आपाँ वींके जस्यान वे जावाँ, काँके जस्यान वो हे, वस्यानीस आपाँ वींने देकाँ।