काँके ज्यो आपणी देह जस्यान जीवन जीणो छावे हे, वाँको मन देह की मरजी में लागी तकी रेवे हे। पण ज्यो आत्मा का जस्यान जीवन जीणो छावे हे, वाँको मन जस्यान आत्मा छावे वस्यी बाताँ में लागी रेवे हे।
पण यद्याँ हाँची में थाँकामें परमेसर की आत्मा वास करे हे तो थाँ देह की मरजी का जस्यान ने जीवो, पण आत्मा का जस्यान जीवो। यद्याँ किंमें ईसू मसी की आत्मा ने हे तो वो मसी को ने हे।
ईंको मतलब ओ हे के, परमेसर अबराम का पिड़ीऊँ देह का रूप में जनम्याँ मनकाँ ने आपणाँ मनक ने माने हे, पण परमेसर वाँने अबराम का बंस का माने, जीं परमेसर का वादा का जस्यान जनम्याँ हे।
अन थाँ ज्यो परमेसर का बेटा-बेटी हो, ईं वाते परमेसर ने आपणाँ पूत की आत्माने थाँका हरदा में खन्दई, वाईस आत्मा “हो बापू, हो पीता” केन परमेसर ने हेलो पाड़े हे।
अन ज्यो भी मनक परमेसर को आदेस माने हे वींका में परमेसर को वास रेवे हे अन वो मनक परमेसर में बण्यो तको रेवे हे। अन पुवितर आत्मा की वजेऊँ ज्या आपाँने दिदी गी, वणीऊँ ओ जाण सका हाँ के, आपणाँ मयने परमेसर को रेवास हे।