विस्वास्याँ जद्याँ ओ हुण्यो, तो वे छाना-माना वेग्या अन परमेसर की मेमा करता तका केबा लागा, “आ हव बात हे, परमेसर जो यहूदी ने वाँने भी पापऊँ मन बदलबा को अन नुवो जीवन पाबा को मोको दिदो हे।”
पण जिंने हमेस्यान बण्या रेबावाळा परमेसर की आग्याऊँ परमेसर की आड़ीऊँ बोलबावाळा का लेकाँ का जरिये ज्यो यहूदी ने हे, वाँ हाराई मनकाँ में परगट करन बता दिदो ग्यो हे जणीऊँ वीं विस्वास करन आग्या माने।
हो विस्वासी भायाँ यद्याँ मूँ थाँका नके आन दरसण, परमेसर का आड़ीऊँ बात, हिक देबावाळी अन ग्यान देबावाळी बाताँ ने बोलूँ पण अलग अलग बोली बोलूँ तो थाँने माराऊँ कई नफो?
हो भायाँ-बेना, थाँका वाते माँने परमेसर ने धन्नेवाद देतो रेणो छावे अन ओ सई भी हे, काँके थाँको विस्वास घणो बड़तो जारियो हे, अन थाँको हाराई को परेम एक-दूँजा में घणो फल-फुलरियो हे।
हाराई परमेसर का पुवितर मनकाँ का हाते थाँका परेम अन परबू ईसू पे थाँका विस्वास का बारा में हुणन, मूँ हरदाण परमेसर को धन्नेवाद करूँ हूँ अन परातना में थाँने आद करूँ हूँ।
विस्वास करबा की वजेऊँ अबराम ने जद्याँ बलायो ग्यो हो तो वो आग्या मानन अस्यी जगाँ का आड़ी चाल पड़्यो, जिंको वारिस बणबावाळो हो, जद्याँ के, वो जाणतो भी ने हो, तद्याँ भी वो वटे ग्यो हो।
अबे जद्याँ थाँ हाँच ने मानता तका, हाँचा भईचारा का परेम ने बताबा का वाते आपणी आत्माने पुवितर कर लिदी हे, ईं वाते थाँ एक-दूँजा में पुवितर मनऊँ परेम करबा की मनसा बणालो।
पण थाँ तो अस्या मनक कोयने हो, थाँ तो परमेसर का थरप्या तका मनक हो, थाँ रजवाड़ी याजकाँ की टोळी अन पुवितर परवार का हो, परमेसर थाँने अंदारा का राज मेंऊँ अचम्बावाळा उजिता में लाया हे, जणीऊँ थाँ परबू का अचम्बावाळा काम का बारा में बता सको।
हो लुगायाँ, जस्यान दास मालिक का बंस में रेवे हे, वस्यान थाँ भी थाँका धणी का बंस में रेवो, काँके यद्याँ थाँका धणी परबू का बचन ने मानबावाळा भी वेवे, तो वींने कई केवा की जरूत कोयने, पण वो आपणी लुगई का वेवार ने देकन परमेसर का बचन पे चालबा लाग जाई।
काँके वाँ टेम आबावाळी हे, जद्याँ पेल्याँ परमेसर का मनकाँ को न्याव किदो जाई अन न्याव की सरुवात आपणाँ ऊँइस वेई तो वाँको कई वेई ज्यो परमेसर का हव हमच्यार ने कोयने माने हे?