“वींके मालिक वणीऊँ क्यो, ‘धन हे हव अन विस्वास जोगा दास, थूँ थोड़ा में विस्वास जोगो रियो। मूँ थने नरई चिजाँ को हकदार बणाऊँ। आपणाँ मालिक का घर में जान खुसी मना।’
“मूँ थाँने सई-सई केवूँ हूँ, ज्यो मारा बचनाँ ने हुणन मारा खन्दाबावाळा को विस्वास करे हे, वो अनंत जीवन पावे हे। अन वाँने दण्ड ने दिदो जाई, पण वीं मोतऊँ छेटी वेन जीवन में परवेस करग्या हे।
जदी वणा वटे जान वटा की विस्वास्याँ की मण्डली का मनकाँ ने भेळा किदा, अन जो काम परमेसर वाँका हाते किदो हो वींने बतायो, अन केबा लागा के जो यहूदी ने हे, वाँका वाते भी विस्वास करबा ने परमेसर गेलो खोल नाक्या हे।
आ बात हाँची हे। पण वीं आपणाँ विस्वास ने करबा की वजेऊँ तोड़ी गी, पण थाँ थाँका विस्वास की वजेऊँ थाँकी जगाँ टक्या तका रेवो। तो ईंको मेपणो मती करो, पण दरपता रेवो।
किंका दूजाँ के दास को न्याव करबावाळा थाँ कूण वेवो हो? वीं सफल वेई के, ने वेई ईं बात को न्याव करबावाळो वाँका खुद को मालिक हे। अन वीं सफल वेई, काँके परबू वाँने सफल बणाबा की तागत राके हे।
जद्याँ आपाँ उगाड़ा मुण्डाऊँ काँस का जस्यान परबू की चमक को चलको पाड़ा हाँ, तो आपाँ भी वींके जस्यान वेबा लागा हाँ अन वाँ चमक आपाँ में ओरू भी हेलीऊँ हेली वेबा लागे हे अन आ चमक भी परबू का आड़ीऊँइस आवे हे, मतलब आत्माऊँ।
पण परमेसर का घराणा में मसी तो एक बेटा का रूप में विस्वास करबा के जोगो हे, अन यद्याँ आपाँ हिम्मत राका अन वीं आस पे विस्वास बण्यो तको राका हा, तो आपींइस वींको घराणो हा।
वाँको वादो अन होगन जीं कदी भी बदल ने सके हे अन ज्याँका बारा में परमेसर कदी जूट ने के सके हे। ईं वाते आपाँ ज्यो परमेसर का नके रकवाळी पाबा का वाते आया हे अन आपीं घणी हिम्मत राकन ज्यो आस आपणाँ हामें हे, वींने ठामी राका हाँ।
काँके मसी भी आपणाँ पापाँ का वाते दुक जेल्यो हो। ईंको मतलब ओ हे के, वो निरदोस हो तो भी वो आपणाँ पाप का वाते एक दाण मरग्यो, जणीऊँ वो आपाँने परमेसर का नके ले जावे। वो देह का रूप में तो मरग्यो, पण आत्मिक रूप में जिवायो ग्यो हे।
तद्याँ में गादी में एक जोरकी अवाज हूणी। वाँ केरी ही के, “देको, अबे परमेसर को मन्दर मनकाँ का वसमें हे अन वीं वाँका वसमें घर बणान रिया करी। वीं वाँकी परजा वेई अन खुद परमेसर वाँका परमेसर वेई।