20 वणी परमेसर का वादा में विस्वास बणायो राक्यो। अतरोकीस ने पण विस्वास ने घणो पाका करते तके परमेसर की मेमा किदी।
जद्याँ मनकाँ ओ देक्यो तो वीं दरपग्या अन परमेसर की मेमा करबा लागा के, जणा एक मनक ने अस्या अचम्बावाळा काम करबा को अदिकार दिदो हे।
तद्याँ जकरये परमेसर का हरग-दुतऊँ क्यो के, “मूँ ईंपे कस्यान विस्वास करूँ? काँके मूँ तो एक डोकरो हूँ अन मारी घरवाळी भी डोकरी हे।”
ज्यो बाताँ परबू थने की हे, वींने थें मानी के, वीं पुरी वेई। ईं वाते थूँ धन्न हे।”
थाँ ध्यानऊँ रेज्यो अन विस्वास में गाटा बण्या रेज्यो, थाँ हिम्मत राकबावाळा अन तागतवर बणज्यो।
ईं तरियाँ मूँ मसी का आड़ीऊँ मारी कमजोरियाँ में, बेजत वेन में, दुक में, हताव में, तकलिप में, अबकी टेम में मूँ राजी रूँ हूँ। जद्याँ मूँ कमजोर वेवूँ हूँ, तद्याँईस मूँ जोरावर बणूँ हूँ।
आकरी बात, परबू का गट-जोड़ अन वाँकी मोटी तागतऊँ ज्योरावर वेता रेवो।
परबू में मारा बेटा तिमुतियुस, ईसू मसी में परमेसर जस्यी दया थाँरा पे दिकई हे, वींके जस्यान पाको बण्यो तको रे।