“मूँ थाँने सई-सई केवूँ हूँ, ज्यो मारा बचनाँ ने हुणन मारा खन्दाबावाळा को विस्वास करे हे, वो अनंत जीवन पावे हे। अन वाँने दण्ड ने दिदो जाई, पण वीं मोतऊँ छेटी वेन जीवन में परवेस करग्या हे।
पण यद्याँ कुई मनक करम ने करे अन बेस वीं परमेसर पे विस्वास करे ज्यो पापी मनकाँ ने धरमी बणावे हे, तद्याँ वणी मनक को विस्वासईस वींका धरमीपणा का वाते मान्यो जावे हे।
काँके ज्यो काम नेम मनकाँ का पापी हाव-भाव का मस कमजोर वेन ने कर सक्या, वो काम परमेसर किदो, मतलब ओ के, परमेसर आपणाँ बेटा ने आपणी जस्यान पाप की देह में आपणाँ पाप का वाते बली वेबा का वाते खन्दायो। जणीऊँ वो पापी देह में पाप ने दण्ड दिदो।
पछे भी आपाँ यो जाणा हे के, कुई मनक मूसा का नेमाऊँ ने पण ईसू मसी पे विस्वास करबाऊँ धरमी बणे हे। आपाँ ईं वाते ईसू मसी पे विस्वास किदो के आपाँ मूसा का नेमाऊँ ने पण ईसू मसी का विस्वासऊँ धरमी बणन रेवा, काँके मूसा का नेमाऊँ कुई मनक धरमी बणन ने रे सके हे।
अन मूँ वाँका हाते गट-जोड़ऊँ जी सकूँ। मूँ मूसा का नेमा को पालण करबाऊँ परमेसर का हामे सई ने हूँ, पण ईसू मसी पे विस्वास करबाऊँ परमेसर का हामे सई हूँ। अबे परमेसर केवे हे मूँ वाँका हामे सई हूँ, काँके मूँ विस्वास करूँ हूँ।