27 तो पछे ईंमें मेपणा की कई बात ने री। वो तो खतम वेग्यो हे। यो कस्या नेमा का मस ने अन ने कस्या कामाँ का नेमा का मस, पण यो तो विस्वास का नेमा का मस वेवे हे।
आपाँ जाणा हे के, नेम ज्यो कई केवे हे, वाँने केवे हे ज्यो नेमा का बंस में हे। अणीऊँ हाराई का मुण्डा बन्द किदा जा सके अन हारी दनियाँ परमेसर का दण्ड के जोगी वे।
पण मूँ मारी देह में एक दूजाँ नेमा ने काम करता देकूँ हूँ जीं मारा मन का नेमाऊँ लड़े हे अन मने पाप का नेमा में बन्दी बणा लेवे हे। ईं नेम मारी देह में काम करे हे।
मूँ आपणाँ परबू ईसू मसीऊँ परमेसर को धन्नेवाद करूँ हूँ। काँके मूँ ईं हाड़क्या माँस की देह में पाप को दास हूँ, पण मूँ मारी अकलऊँ परमेसर का नेमा को दास हूँ।
जोड़ला बाळक का जनमऊँ पेल्याँ अन वाँका कुई भी भलो-बुरो करबाऊँ पेल्याँ, परमेसर रिबकाऊँ क्यो, “मोटो बेटो फोरा की सेवा करी।” ताँके परमेसर के चुणाव को मकसद पूरो वेवे के, परमेसर को चुणाव वाँ दुयाँ के करमा का जस्यान ने हो। पण परमेसर की बुलाहट का जस्यान हे।
पछे भी आपाँ यो जाणा हे के, कुई मनक मूसा का नेमाऊँ ने पण ईसू मसी पे विस्वास करबाऊँ धरमी बणे हे। आपाँ ईं वाते ईसू मसी पे विस्वास किदो के आपाँ मूसा का नेमाऊँ ने पण ईसू मसी का विस्वासऊँ धरमी बणन रेवा, काँके मूसा का नेमाऊँ कुई मनक धरमी बणन ने रे सके हे।