थूँ जिंका नके नेम लिक्या तका हे अन थाँरो खतनो भी व्यो हे। अतरो व्या केड़े भी थूँ ज्यो नेमा ने तोड़े हे। ईं वजेऊँ वो मनक जिंको देह का हस्याबूँ खतनो ने व्यो हे अन ज्यो नेमा को पालण करे हे, वो थने गुनेगार ठेराई।
हाँचा खतनावाळा तो आपींइस हा काँके परमेसर की आत्माऊँ वींकी भगती आपींइस करा हाँ अन आपीं आपणो भरोसो दिकबावाळा रिति-रिवाज पे ने पण ईसू मसी पे मेपणो राका हाँ।