5 वाँके घरे भेळी वेबावाळी मण्डली ने भी मारो नमस्कार। मारो लाड़लो भई इपनितुस ने ज्यो एसिया में मसी ने अपणाबावाळो मेंऊँ पेलो मनक हे वींने मारो नमस्कार केज्यो।
जदी वणी होच्यो के वटूँ अखाया जाऊँ तो इपिसुस का विस्वास्याँ वींने धिजो बन्दायो अन अखाया का विस्वास्याँ ने लिक्यो के वीं ईंकी आवभगत करे। अन वणी वटे जान लोगाँ की मदत किदी जणा परमेसर की करपाऊँ विस्वास किदो हो।
थाँ स्तिपनूस का घराणा का बारा में तो जाणो हो के, वीं अखाया में मसी पे विस्वास करबाबाळा पेला मनक हे। वणा परबू का भगताँ की सेवा करबा का वाते काम तोक्यो हे। ईं वाते ओ विस्वासी भायाँ मूँ थाँकाऊँ अरज करूँ हूँ,
यो कागद मूँ पोलुस ज्यो परबू ईसू मसी की मरजीऊँ खन्दायो तको चेलो हूँ अन भई तिमुतियुस कुरिन्तुस नगर की मण्डली ने अन अखाया का हाराई परमेसर का मनकाँ ने लिकरिया हाँ।
काँके मूँ जाणूँ हूँ, ईं काम ने करबा का वाते थाँ हमेस्यान त्यार रेवो हो अन ईं बात ने मकिदुनिया का मनकाँ का हामे केवाऊँ मेपणो वेई के, अखाया का मनक पालाँ साल ऊँइस त्यार वेग्या हा अन थाँका काम ने देकन नरई मनकाँ ने काम करबा की हिक मली हे।
ईं मनक कूँवारा हा अन ने ईं कणी लुगई का हाते कदी हूँता। अन जटे वीं उन्यो जातो ईं वींके हाते वे जाता। ईं परमेसर का वीं पेला फळ हे, ज्याँने मोल देन छुड़ाया ग्या हा।