27 ईसू मसी का जरिये बेस एकलोता ग्यान का समन्द परमेसर की मेमा जुग-जुग तईं वे। आमीन!
काँके हाराई ने रचबावाळो वोईस हे। वणीऊँस हाराई हे अन वीं वींका वातेईस हे। वींकी मेमा हमेस्यान वेती रेवे! आमीन।
ताँके अबे मण्डळीऊँ परमेसर को तरे-तरे को ग्यान वाँ हरग का मोटा राजा अन अदिकारियाँ पे परगट किदो जावे।
आपणाँ बापू परमेसर की मेमा जुग-जुग तईं वेती रेवे। आमीन!
अन अबे हमेस्यान राज करबावाळो राजा, अनदेक्यो, बेस एकीस परमेसर को मान अन मेमा जुग-जुग वेती रेवे। आमीन।
वीं एकलाई अमर हे, वो वणी उजिता में वास करे हे, जिंमें कुई ने पोछ सके हे, ने कुई वींने कदी देक्यो हे, अन ने कुई कदी देक सकी। वींको आदर-मान अन राज हमेस्यान रेई। अस्यानीस वेवे।
अन परबू मने हारी बुरी बाताँऊँ बंचाई अन बंचान हरग में लेजाई। वाँकी मेमा जुग-जुग वेती रेवे! आमीन।
ईं वाते आपाँ ईसू का जरिये गुणगान रूपी बलीदान मतलब वणा होटा को फळ जीं वींको नाम लेवे हे, परमेसर ने हमेस्यान चड़ाया करे।
थाँ भी जीवता भाटा का जस्यान हो थाँने आत्मिक मन्दर का रूप बणाया जारिया हे, जणीऊँ थाँ पुवितर याजक का जस्यान बणन अस्यान का आत्मिक बलीदान चड़ावो, जो ईसू मसी के वजेऊँ परमेसर के चड़ाबा का जोगा वेवे।
पण थाँ आपणाँ परमेसर अन छुटकारो देबावाळा ईसू मसी की दया अन ग्यान में आगे बड़ता जावो। वींकी मेमा अबेऊँ लेन जुग-जुग तईं वेती रेवे। आमीन।
वोईस एकीस परमेसर ज्यो परबू ईसू मसी की वजेऊँ छुटकारो देबावाळो हे, वींकी मेमा, पराकरम, वेभव अन अदिकार दनियाँ की रचनाऊँ पेल्याऊँ अन अबाणूऊँ लेन जुग-जुग वाते वेती रेवे। अस्यानीस वेवे।