फेसतुस क्यो, “हो राजा अग्रिपा अन हो हंगळा लोगाँ जो अटे माँके हाते हो, थाँ ईं मनक ने देकरिया हो, जिंका बारा में यरूसलेम का अन अटे का हंगळा यहूदियाँ वींका ऊपरे दोस लगायो अन हाका-भार करन क्यो के ‘अबे ईंको जीवतो रेणो हव कोयने।’
हनन्या जबाव दिदो, “परबू, में ईं मनक के वाते नरई लोगाऊँ हुण्यो हे। यरूसलेम में थाँने मानबावाळा लोगाँ की लारे अणी जो भी बुरो किदो हो, वो हारोई में हुण्यो हे।
थाँ स्तिपनूस का घराणा का बारा में तो जाणो हो के, वीं अखाया में मसी पे विस्वास करबाबाळा पेला मनक हे। वणा परबू का भगताँ की सेवा करबा का वाते काम तोक्यो हे। ईं वाते ओ विस्वासी भायाँ मूँ थाँकाऊँ अरज करूँ हूँ,
काँके थाँकी ईं सेवाऊँ वीं परमेसर ने मेमा देई, अन अणीऊँ ओ दिके हे के, थाँ मसी का हव हमच्यार ने मानन वींके गलेइस चालो हो अन वाँकी अन हाराई ने मदत करबा का वाते खुला मनऊँ दान देवो हो।