23 पण अबे अणा परदेसाँ में मारी काम करबा की कई जगाँ ने बंची हे, अन घणा वराऊँ मूँ थाँकाऊँ मलबा का वाते तरसरियो हूँ।
ईं बाताँ व्या केड़े पोलुस आपणी आत्मा में होच्यो के मकिदुनिया अन अखाया वेन यरूसलेम जाऊँ, अन क्यो “वटे जान मने रोम में भी जाणो पड़ी।”
अन मूँ जाणूँ हूँ के, जद्याँ मूँ थाँका नके आऊँ तो मसी का हाराई आसिरवाद लेन आऊँ।
अन मूँ परमेसर की मरजी जस्यान राजी मनऊँ थाँका नके आन थाँका हाते आणन्द मना सकूँ।
माँ रात-दन वणीऊँ मनऊँ अरज कररिया हाँ के, थाँने देका अन थाँका विस्वास की कमी पुरी कराँ।
थाँरा आँसूवा ने आद करन हमेस्यान मारा हरदा में आ मरजी वेवे के, मूँ थाँराऊँ वेगोई मलूँ अन राजी वे जऊँ।