हाँचा खतनावाळा तो आपींइस हा काँके परमेसर की आत्माऊँ वींकी भगती आपींइस करा हाँ अन आपीं आपणो भरोसो दिकबावाळा रिति-रिवाज पे ने पण ईसू मसी पे मेपणो राका हाँ।
ईं वाते वींने हरेक बात में मनकाँ का जस्यानीस बणायो ग्यो हो, जणीऊँ वो परमेसर की सेवा करबा का वाते दया करबावाळो अन विस्वास जोगो मायाजक बणे। ताँके मनकाँ का पापाँ का मापी वाते बली हो सके।
हरेक मायाजक मनकाँ मेऊँइस चुण्यो जावे हे ज्यो बाताँ परमेसर का वाते मनकाँ आड़ीऊँ किदी जावे हे, वाँ वाते वो ठेरायो जावे हे, ताँके भेंट अन पापबली चड़ाया करे।