3 ज्यो हारोई खावे हे वीं वणा मनकाँ ने बेकार ने हमजे जीं हारोई ने खावे हे। अन जीं साग-पात खावे हे, वीं वाँको न्याव ने करे, ज्यो हारोई खावे हे, वाँको काँके परमेसर वाँने अपणा लिदा हे।
“देको, थाँ अणा फोरामूँ कणी ने बेकार मती जाणो, काँके मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, हरग में वाँका दूत मारा हरग का बाप को मुण्डो हमेस्या देकता रेवे हे।
तद्याँ बतिस्मा देबावाळा यहुन्ना का चेला ईसू का नके आन क्यो, “कई बात हे के, माँ अन फरीसी अतरा एकाणा राका हा, पण थाँका चेला काँ ने राके हे?”
“पसे ईसू वणा लोग-बागाँ ने जी अणी बात का वाते आपणाँ खुद पे भरोसो राकता हा के, ‘माँ धरमी हाँ अन दूजाँ बेकार हे।’ वाँने आ केणी हुणई के,
पछे पतरस बोलबा लागो के, “अबे हाँचई में मूँ हमजग्यो हूँ के, परमेसर कई दूज-भराँत ने करे।
जद्याँ पतरस ईं बाताँ कररियो हो, तद्याँई हारई जणामें पुवितर आत्मा आगी, ज्याँकाणी हव हमच्यार हुण्या हा।
वटे रेबावाळा लोग माकाँ पे दया किदी, काँके बरका वरवाऊँ ठन्ड लागरी ही, ईं वाते वणा वादी लगान माँ हारा की आवभगत किदी।
काँके यद्याँ परमेसरऊँ वाँको नकारियो जाणो दनियाँ में मेल-मिलाप लावे, तो वाँने अपणायो जाणो मरिया तकाऊँ जिवाया जणो कोनी वे सके हे कई?
ज्यो विस्वास में कमजोर हे वाँने भी हाते राको, पण वाँका बच्याराँपे बेस मती करो।
तो थाँ, दूजाँ को न्याव काँ करो हो? अन दूजाँ विस्वास्याँ ने नीचा काँ मानो हो? आपाँ हाराई ने परमेसर की गादी हामे न्याव का वाते ऊबा वेणो पड़ी।
ईं वाते आपाँ एक दूजाँ में गलती काड़णी बन्द करा। ईंकी बजाय ईं बात में पाका वेवा के, दूजाँ भई ने पाप करबा का वाते ने उकसावा।
जद्याँ थाँके खाबाऊँ कणी विस्वासी भई ने ठेस लागे हे, तो थाँ हाँची में परेम को वेवार ने कररिया हो। तो थाँ खाबाऊँ वींको नास मती करो, काँके वाँका वाते भी मसी आपणो जीव दिदो हो।
माँस खाणो हव ने हे, दारू पिणो हव ने हे अन कस्यो भी अस्यान को काम करणो हव ने हे ज्यो थाँका भायाँ ने पाप में नाके हे।
परमेसर की बड़ई करबा का वाते एक दूजाँ ने अपणा लो, जस्यान मसी थाँने अपणाया हा।