काँके वो याकूब का आड़ीऊँ खन्दाया तका मनकाँ के आबाऊँ पेल्याँ वो जीं यहूदी ने हे वाँका हाते खातो-पितो हो, पण जद्याँ वीं आग्या तो वो वणा मनकाँऊँ दरपीन जीं ज्यो यहूदी ने हे वाँको खतना करणो छावता हाँ, वणा मनकाऊँ छेटी रेवा लागो।
अलग अलग तरियाँ का अणजाणी हिकऊँ भटको मती, काँके थाँका मन का वाते यो हव के, वो खाबा-पिबा की नेमा का बजाए दयाऊँ मजबूत बणे। अन जणा खाबा-पिबा का नेमाने मान्याँ वणाऊँ वाँको कदी भलो कोनी व्यो।