अन मनक यो केन वींपे दोस लगाबा लागा के, “माँ ईंने लोग-बागाँ ने भटकातो तको पकड़्यो हे। यो राजा केसर ने हाँसल जमा करबा का वाते नटे हे अन यो आपणाँ खुद ने राजा मसी केवे हे।”
जद्याँ किंने दूजाँ ने हिम्मत बडाबा को वरदान मल्यो हे तो वो हिम्मत बड़ावे। जद्याँ किंने दान देबा को वरदान मल्यो हे तो वो खुला मनऊँ दान देवे। जद्याँ किंने अगुवाई करबा को वरदान मल्यो हे तो वो मन लगान अगुवाई करे, अन जद्याँ किंने दया करबा को वरदान मल्यो हे तो वो राजी मनऊँ दया करे।
किंकी भी उदारी हे तो वींने चुका दो, अन ज्यो कर थाँने देणो हे वो दिदो। किंको जद्याँ हाँसल निकळे, तो वींने दिदो। जणीऊँ दरपणो छावे, वणीऊँ दरप। जिंको आदर करणा छावे, वींको आदर कर।