जद्याँ किंने दूजाँ ने हिम्मत बडाबा को वरदान मल्यो हे तो वो हिम्मत बड़ावे। जद्याँ किंने दान देबा को वरदान मल्यो हे तो वो खुला मनऊँ दान देवे। जद्याँ किंने अगुवाई करबा को वरदान मल्यो हे तो वो मन लगान अगुवाई करे, अन जद्याँ किंने दया करबा को वरदान मल्यो हे तो वो राजी मनऊँ दया करे।
थाँ स्तिपनूस का घराणा का बारा में तो जाणो हो के, वीं अखाया में मसी पे विस्वास करबाबाळा पेला मनक हे। वणा परबू का भगताँ की सेवा करबा का वाते काम तोक्यो हे। ईं वाते ओ विस्वासी भायाँ मूँ थाँकाऊँ अरज करूँ हूँ,
एक मण्डली को परदान बना दोसवाळो वेणो छावे, वींके एकीस लुगई वे, खुद ने बंस में राकबावाळो, धीरज करबावाळो अन मरयादा में रेबावाळो, वो आपणाँ घर में अणजाण की भी आवभगत करे, वो हिकावाबाळा वेवे।
अन जिंको हव काम करबा में नाम मान्यो तको वे, अन ज्या आपणाँ बाळकाँ ने हव तरिया पालण किदो वे, जणी अणजाण की भी सेवा किदी वे, परमेसर का लोगाँ की आपणाँ घर में आवभगत किदी वे, दकी मनकाँ की मदत किदी वे, अन जणी खुद हाराई भला काम करबा में आपणो मन लगायो वे।
काँके परमेसर अन्यायी ने हे, के थाँका काम अन वीं परेम ने भुल जावे, ज्यो थाँ वींका नाम का वाते बतायो हे के, थाँ पुवितर लोगाँ की सेवा-चाकरी किदी अन कररिया हो।
अगर थाँकामूँ किंने कणी चीज की जरूत वेवे अन थाँकापाँ वाँ चीज वेता तकाँ भी थाँ वींकी मदत ने करो। तो आपाँ कस्यान के सका हाँ के, आपाँ में परमेसर को परेम हे।