वींके मालिक वींने क्यो, ‘हे कपटी अन बना काम का दास,’ जद्याँ थूँ ओ जाणतो हो के, जटे में ने वायो वटूऊँ काटू हूँ, अन जटे में ने छाँटयो वटूऊँ भेळो करूँ हूँ।
वींने परबू का गेला पे चालबा की हिकावण दिदी ही, अन वो मन लगान बड़िया तरियऊँ परबू का बारा में हूणातो अन हिकातो हो, पण बेस वो यहुन्ना का बतिस्मो की बाताँइस जाणतो हो।
अन वाँ घर-घर फरन आपणो टेम बगाड़णो हिक जावे हे, अन अणीऊँ भी हेलो वाँ फोकट की बाताँ करणी अन दूजाँ का काम में टाँग अड़ाणी हिक जावे हे। जणा बाताँ का बारा में बात ने करणी छावे, वाँका बारा में बाताँ करे हे।
अबे आपाँने एक अस्यो राज मलरियो हे, ज्यो हलायो ने जा सके हे, तो आवो, आपाँ दरपणी राकन परमेसर को आदर करता तका भगती का हाते धन्नेवाद देवा। जीं भगतीऊँ परमेसर राजी वे सके।
ईं वाते थाँ एक दूजाँ का हामे खुद का पाप ने मानलो अन एक दूजाँ का वाते परातना करता रेवो, जणीऊँ थाँ हव वे जावो। धरमी मनक की परातना घणी जोरवार अन असर करबाळी वेवे हे।
अबे जद्याँ थाँ हाँच ने मानता तका, हाँचा भईचारा का परेम ने बताबा का वाते आपणी आत्माने पुवितर कर लिदी हे, ईं वाते थाँ एक-दूँजा में पुवितर मनऊँ परेम करबा की मनसा बणालो।