9 दाऊद केवे हे, “वाँके खुद का खाणो वाँका वाते फंदो, जाळ, ठोकर अन दण्ड को मस बण जावे।
ईसू पाच्छा फरन पतरसऊँ क्यो, “हे सेतान, मारा नकेऊँ छेटी वेजा! थूँ मारा वाते ठोकर को कारण हे, काँके थूँ परमेसर की बाताँ पे ने, पण मनकाँ की बाताँ पे मन लगावे हे।”
पण, परमेसर वणीऊँ क्यो, ‘ए वेण्डा मनक, अणी रातेईस थूँ मर जाई। जो कई भी थें भेळो किदो हे। वो किंको रेई?’
ईं वाते आपाँ एक दूजाँ में गलती काड़णी बन्द करा। ईंकी बजाय ईं बात में पाका वेवा के, दूजाँ भई ने पाप करबा का वाते ने उकसावा।
अन हरग-दुत ज्यो हमच्यार दिदो हो, वो पको हे। अन क्यो ने मानबावाळा ने अन हरेक नेम तोड़बावाळा ने ठीक-ठीक दण्ड दिदो ग्यो।