20 आ बात हाँची हे। पण वीं आपणाँ विस्वास ने करबा की वजेऊँ तोड़ी गी, पण थाँ थाँका विस्वास की वजेऊँ थाँकी जगाँ टक्या तका रेवो। तो ईंको मेपणो मती करो, पण दरपता रेवो।
मूँ थाँकाऊँ हाँची केवूँ हूँ के, परमेसर की नजराँ में वो फरीसी ने पण लगान लेबावाळो धरमी ठेरायो ग्यो अन घरे ग्यो, काँके ज्यो कूण आपणाँ खुद ने मोटो मानी, वो फोरो किदो जाई अन जी आपणाँ खुद ने फोरो मानी, वो मोटो बणायो जाई।”
पण जद्याँ वीं विरोद करबा अन रिस्याँ बळवा लागा, तो पोलुस आपणाँ गाबा जाटकन वाँकाऊँ क्यो, “यद्याँ थाँ अबे नास वेवो तो, याँ जिमेदारी थाँकीस हे अन ईंका वाते मूँ जिमेदार ने हूँ। अबे मूँ जो यहूदी ने हे वाँका नके जाऊँ।”
तद्याँ थाँने वाँ डाळ्याँ का हामे जीं तोड़न फेंकी गी हे, मेपणो ने करणो छावे। अन जद्याँ मेपणो करो, तद्याँ ध्यान राको के, ईं थाँ कोयने हो ज्यो जड़ा ने पाळरिया हो, या तो वाँ जड़ हे ज्यो थाँने पाळरी हे।
ईं वाते वींकी दया की वजेऊँ ज्या मने मली हे। वींने ध्यान में लेन मूँ थाँने केवूँ हूँ जतरा थाँ हो वणी हेला खुद ने मती हमजो हे, पण विस्वास का जस्यान जतरी कबालियत परमेसर थाँने दिदी हे वतरोइस खुद ने हमजो।
अन माँ वणा ओजाराँऊँ लोगाँ का गुमानऊँ भरिया तका सवाला अन बाताँ ने ज्यो परमेसर का ग्यान का विरोद में वेवे हे, वाँने बंस में करन मसी की आग्या में लावाँ हाँ।
यो मनक हाराई ने ज्याँने ईसवर अन मूरत्याँ जोगा बोले हे, वाँका हामे वेई अन खुदाखुद ने हाराऊँ मोटो मानी, अटे तईं वो परमेसर का मन्दर में बेटन खुदाखुद ने ईसवर मानी।
ज्याँने पेल्याँ हव-हमच्यार हुणायो ग्यो हो, वीं आग्याने ने मानन रईम्बावाळी जगामें ने जा सक्या हा, ईं वाते अबाणू भी थोड़ाक मनकाँ का वाते रईम्बावाळी जगाँ को कमाड़ खुल्यो तको हे।
जद्याँ थाँ परमेसर ने जो हाराई मनकाँ ने वाँका काम का जस्यान अन जो पकसपात का हाते न्याव ने करे, वींने थाँ “हो बापू” केन बलावो हो, तो थाँ ईं बारवासी धरती पे रेता तका परमेसर ने आदर देता तका जीवन जीवो।
मूँ सिलवानुस ने विस्वास जोगो भई जाणूँ हूँ अन वींकी मदतऊँ यो कागद लिकन थाँकी हिम्मत बड़ाणी छारियो हूँ अन आ गवई देरियो हूँ के, परमेसर की हाँची दया याईस हे। थाँ ईंमें पाका बण्या तका रेज्यो।