पण मूँ थाँरा हामे ओ मानूँ हूँ के, जिंने ईं पन्त केवे हे अन खोटो केवे हे, वींका रिति-रिवाजऊँ मूँ आपणाँ बापदादा का परमेसर की सेवा-चाकरी करूँ हूँ, अन जीं बाताँ वेवस्ता अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की किताबाँ में लिकी हे, वीं हारी पे मूँ विस्वास करूँ हूँ।
गवई का रूप में परमेसरऊँ अरज करतो तका अन मारा जीवन का होगन खान कूँ हूँ के, मूँ पाछो कुरिन्तुस में ईं वाते ने आयो हो काँके मूँ थाँने दकऊँ बंचाणा छातो हो।
थाँ ईं बात ने जाणो हो के, वणी ओ साबत किदो के वो ईंका वाते जोगो हे। जस्यान एक बेटो आपणाँ बाप का हाते काम करे हे, वस्यानीस वणी हव हमच्यार ने फेलाबा में मारा हाते एक दास के जस्यान काम किदो।
हाँचा खतनावाळा तो आपींइस हा काँके परमेसर की आत्माऊँ वींकी भगती आपींइस करा हाँ अन आपीं आपणो भरोसो दिकबावाळा रिति-रिवाज पे ने पण ईसू मसी पे मेपणो राका हाँ।
अन ईं गवई ने जी यहूदी ने हे वणामें हुणाबा का वाते मूँ एक हिक देबावाळा अन ईसू को थरप्यो तको चेलो बणायो ग्यो हूँ, ताँके विस्वास का सन्देस अन हाँच को हेलो पाड़ सकूँ। मूँ जूटो कोयने हूँ, मूँ हाँच बोलरियो हूँ।
हाराई परमेसर का पुवितर मनकाँ का हाते थाँका परेम अन परबू ईसू पे थाँका विस्वास का बारा में हुणन, मूँ हरदाण परमेसर को धन्नेवाद करूँ हूँ अन परातना में थाँने आद करूँ हूँ।