32 वीं परमेसर का नेम जाणे हे के, ज्यो मनक अस्यान को जीवन जीवे हे वीं मोत का दण्ड के जोगा हे, पण पछे भी वीं खुद अस्या काम करे हे अन दूजाँ ज्यो अस्या काम करे हे वाँने भी सई बतावे हे।
अन जद्याँ थाँरा गवा इस्तीपनुस ने माररिया हा, वीं दाण मूँ भी वटीस ऊबो हो अन में भी वींमें हात दिदो। जीं लोग वींने माररिया हा वाँका गाबा की रुकाळी कररियो हो।”
अस्यान साउल इस्तीपनुस की हत्या में मदत किदी। वणीस दनऊँ यरूसलेम की विस्वास्याँ की मण्डली पे घणो हताव वेबो सरू वेग्यो। थरप्या तका ने छोड़न वे हारई विस्वासी यहूदियाँ अन सामरिया का हिमाड़ा में वखर ग्या।