28 वणा मनकाँ परमेसर का ग्यान ने ओळकणो किमती ने हमज्या, ईं वाते परमेसर भी वाँने वाँकी फालतू मरजी का जस्यान छोड़ दिदा। अन वीं हूँगला काम करबा लागग्या, ज्याँने करणा सई ने हे।
काँके मूँ अटने-वटने फरतो तको थाँकी पूजबा की चिजाँ ने देकरियो हो, तो एक अस्यी वेदी भी देकी जिंपे मण्ड्यो हे, “अणजाण परमेसर के वाते।” ईं वाते थाँ जिंने बना जाण्या पूजो हो, मूँ थाँने वींको हव हमच्यार हूँणऊँ हूँ।
थाँ होस में आन ज्यो सई हे, वींका बारा होचो अन पाप करणो छोड़ दो। काँके थाँकामूँ नरई तो अस्या हे ज्यो परमेसर का बारा में कई ने ने जाणे हे, मूँ यो थाँकी हरम का वाते केरियो हूँ।
अन माँ वणा ओजाराँऊँ लोगाँ का गुमानऊँ भरिया तका सवाला अन बाताँ ने ज्यो परमेसर का ग्यान का विरोद में वेवे हे, वाँने बंस में करन मसी की आग्या में लावाँ हाँ।
ईं हिकबावाळा यन्नेस अन यमब्रेस का जस्यान हे, जणा मूसा को विरोद किदो हो, वस्यानीस ईं मनक हाँच को विरोद करी, ईं अस्यान का मनक हे जणाकी अकल मरगी हे अन ईं विस्वास में ने बण्या रे सकी।