मूँ ओ केवूँ हूँ काँके जूटा मसी अन जूटा मनक परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा का वाते ऊबा वेई अन अस्या अस्या नरोगा हेन्याण बताई अन अचम्बावाळा काम केरी के, वीं चुण्या तका ने भी भटका देई।
तद्याँ में देक्यो के, मारी हामे सिय्योन मंगरी पे उन्यो ऊबो हे। वींके हाते एक लाक चमालिस हजार मनक हा, ज्याँका माता पे वींको अन वींका बापू को नाम लिक्यो तको हो।
अन में वणा च्यारई जीवता जीव का बचमें मेंऊँ ओ हेलो हुण्यो, “आबावाळा टेम में धरती पे काळ पड़ी, वीं टेम में एक दन की दानकी में एक दन का खावा अतराक गऊँ कन एक दन की दानकी में तीन दनाँ खावा अतराक जो मली, पण जेतुन का तेल अन अंगूरा को रस को भाव ने बदली।”
ईंका केड़े में च्यार हरग दुताँ ने धरती का च्यारई खुणा में ऊबा तका देक्या, वीं च्यारई खुणाऊँ आबावाळा बईरो ने ठाम मेल्यो हो, जणीऊँ ईं धरती का रूँकड़ा के अन समन्द में बईरो ने चाल सके।
पेले हरग-दुत जस्यानी रणभेरी बजई, वस्यानई लुई वाळा गड़ा अन वादी दिकई दिदी अन वाँने धरती पे फेंक दिदा। जणीऊँ धरती को एक तीहाई भाग बळग्यो। एक तीहाई रूँकड़ा बळ ग्या अन हाराई लिलो चारो भी बळग्यो।