ईंका केड़े में च्यार हरग दुताँ ने धरती का च्यारई खुणा में ऊबा तका देक्या, वीं च्यारई खुणाऊँ आबावाळा बईरो ने ठाम मेल्यो हो, जणीऊँ ईं धरती का रूँकड़ा के अन समन्द में बईरो ने चाल सके।
अन में एक ओरी हरग-दुत ने उगमणी दसाऊँ आवतो तको देक्यो। वणी जीवता परमेसर की मोर ले राकी हे। वणी वणा च्यारई दुताँ ने ज्याँने धरती अन समन्द को नास करबा को हक दिदो ग्या हो, वाँकाऊँ जोरऊँ क्यो,
तो वणा च्यारई दुताँ ने खोल दिदा ग्या, ईं वीं हरग-दुत हा, जिंने वीं टेम, वीं दन, वीं मिना अन वीं वर वाते त्यार कर मेल्या, जणीऊँ वीं एक तीहाई मनकाँ ने मार नाके।