तद्याँ ईसू मन्दर में हिक देता तका जोरऊँ क्यो, “थाँ केवो हो के, थाँ हाँची में मने जाणो हो अन यो भी जाणो हो के, मूँ कटा को हूँ। मूँ खुद आपणाँ आड़ीऊँ ने आयो, पण मने खन्दाबावाळो हाँचो हे। वींने थाँ ने ओळको हो।
जद्याँ पतरस ओ देक्यो, तो वो लोग-बागाँ ने केबा लागो, “ओ इजराएल का लोग-बागाँ, थाँ ईं बात पे अचम्बा में काँ आरिया हो? अन अस्यान घूर-घूरन माकाँ दयने काँ ताकरिया हो, जस्यान के माँ ईं मनक ने आपणी तागत अन भगतीऊँ चालतो-फरतो किदो हे?
तो वणा पुरवज मेंऊँ एक माराऊँ क्यो, “रोवे मती। देक, यहूदा का गोत मेंऊँ वो नार, ज्यो दाऊद को मुल हे, वो वीं किताब ने अन वींकी मोराँ खोलबा वाते जीत हासील किदी हे।”
ईंका केड़े में कई देक्यो के, मनकाँ का मोटी भीड़ हे जिंने कुई भी गण ने सके, वीं भीड़ में हारी जात्या का, हाराई कुल का, हारी बोली बोलबावाळा अन हाराई देसा का मनक हा, वीं वणी गादी अन उन्याँ का हामे ऊबा हा, वणा धोळा गाबा पेर मल्या हा अन हाताँ में खजुर की डाळ्याँ ले राकी ही।