ईंका केड़े में हरगऊँ एक जोरावर हरग-दुत ने रेटे उतरतो देक्यो। वींके च्यारूँमेर वादळा हा, वींके मातो का नके मेघ धनुस हो। वींको मुण्डा सुरज की जस्यान चमकरियो हो अन वींका पग वादी का थाम्बा का जस्यान हा।
“अणा बाताँ का केड़े में एक जोरावर हरग-दुत ने चक्की का पाट की जस्यान की मोटी छाँट तोकन वींने समन्द पे फेंकते तके क्यो, “यो बाबुल नगर भी, ईं छाँट का जस्यान फेंक दिदो जाई। अन पाछो कदी ने लादी।
तो वणा पुरवज मेंऊँ एक माराऊँ क्यो, “रोवे मती। देक, यहूदा का गोत मेंऊँ वो नार, ज्यो दाऊद को मुल हे, वो वीं किताब ने अन वींकी मोराँ खोलबा वाते जीत हासील किदी हे।”