19 तद्याँ में वणी डरावणा जनावर ने अन धरती पे राज करबावाळा राजा ने देक्या। वाँके हाते वाँकी फोज भी ही। वीं वणी धोळा घोड़ा पे सवार अन वींकी फोजऊँ लड़बा का वाते भेळा वेग्या हा।
वाँ दुई हरग दुताँ के आया केड़े एक ओरी हरग-दुत आयो अन केबा लागो, “जद्याँ कुई ईं डरावणो जनावर अन ईंकी मूरत के धोक लागे अन ईंकी छाप ने आपणाँ माता पे अन हात पे लगावे,
ईं सेतान की आत्मा ही, वणामें चमत्कार करबा की तागत ही। अन ईं हाराई दनियाँ का राजा ने भेळा करबा का वाते चालन पड़ी, जणीऊँ वीं हाराई राजा ने परमेसर का हामे लड़बा का वाते आकरी दन भेळा करे।
वींके वादी में बळबा की वजेऊँ अन वींमेंऊँ धूवो निकळतो तको देकन धरती की राजा ज्यो वींके हाते कुकरम किदो हो अन वींके हाते भोग-विलास में भोगी व्या हा, तो वीं वींका वाते रोई अन छाती कुटी।