22 अन ने थाँरा में पाछो कदी, कुई रणभेरी, वाँसळी, नरसिंगा की धुन हुणई देई। अन नेई थाँरा में पाछो कदी कुई कलाकारी करबावाळो कारीगर मली! न नेई चक्की चालबा की अवाज हुणई देई।
जदी ईसू वीं परातना घर का मुक्या के घर में पूग्यो तो होक मनाबा की वाँसळी बजाबावाळा अन वटे लोगाँ ने रोवणो-धोवणो करता तका देक्या।