3 तद्याँ आत्मा मने कांकड़ में लेगी, वटे में एक लुगई ने लाल रंग का डरावणा जनावर पे बेटी तकी देकी, ओ जनावर परमेसर का विरोद में बोलबा सबदाऊँ भरियो हो। वींके हात माता अन दस हिंगड़ा हा।
अन जद्याँ वे पाणीऊँ बाणे निकळ्या, तो फिलिपुस ने परबू की आत्मा लेन परोग्यो अन वो अदिकारी पछे वींने कदी ने देक सक्यो अन वो राजी वेतो तको आपणे गेले-गेले परोग्यो।
यो मनक हाराई ने ज्याँने ईसवर अन मूरत्याँ जोगा बोले हे, वाँका हामे वेई अन खुदाखुद ने हाराऊँ मोटो मानी, अटे तईं वो परमेसर का मन्दर में बेटन खुदाखुद ने ईसवर मानी।
पण वीं लुगई ने गरुड़ की जस्यान का दो फाकड़ा दिदा ग्या हा जणीऊँ वीं मोटा अजगर का हामेऊँ उड़न वाँ काकड़ में परी जावे, जणीऊँ हाड़ा तीन मिना तईं वींको पालण-पोसण किदो जाबावाळो हो।
वणी लुगई लाल रंग का बेगनी गाबा पेर मेल्या हा। वाँ हीरा मोत्याऊँ अन होना, चाँदीऊँ खुद को सिगार कर मेल्यो हो। वींके हात में होना को प्यालो हो, जिंका में बुरी बाताँ अन कुकरम की चिजाँ भरी तकी ही।
जस्यान के होनो, चाँदी, मखमल, बेगनी, रेसम अन किरमिजी का गाबा, वाना आबावाळी हारी लाकड़्या, हाती का दातऊँ बणी तकी चिजाँ, अनमोल टिंढका, पीतळ, लोड़ा, अन संगमरमरऊँ बणी तकी तरे-तरे की चिजाँ,
वो दूत मने परमेसर की आत्मा में एक मोटा अन ऊसा मंगरा पे लेग्यो, अन वणी मने पुवितर नगर नुवा यरूसलेम का दरसण कराया। वो नगर परमेसर का आड़ीऊँ रेटे उतर रियो हो।