परकासितवाक्य 17:15 - नुवो नेम (मेवड़ी नया नियम)15 वीं हरग-दुत माराऊँ पाछो क्यो, “थें जी नंद्याँ देकी हे, ज्याँका कनारे वाँ वेस्याँ बेटी ही, वीं नंद्याँ हाराई देसाँ का मनकाँने, जात्या ने, हारी बोली बोलबावाळा मनकाँने अन गोताँ ने बतावे हे। Faic an caibideil |