थाँ थाँको जीवन मसी का हव हमच्यार के जोगो जियो, ताँके यद्याँ मूँ आन थाँने देकूँ कन ने देकूँ पण थाँका बारा में मूँ ओ हुण सकूँ के, थाँ एक मन अन एक मकसदऊँ अटल रेन हव हमच्यार का विस्वास का वाते कल्ड़ी मेनत कररिया हो।
वीं उन्याँऊँ लड़ी, पण वो उन्यो आपणाँ बलाया तका, चुण्या तका अन आपणाँ गेले चालबावाळा मनकाँ ने हाते लेन वींने हरा देई, काँके वो उन्यो राजावो को भी राजा अन परबू को भी परबू हे।”
काँके परमेसर जटा तईं आपणी बात ने पुरी करबा का वाते वाँके मन में अस्यान करी अन वाँने एक मन वेन अस्यान करबा का वाते उकसाई, जणीऊँ वीं आपणी तागत अन आपणो अदिकार वीं डरावणा जनावर ने दी दे।