10 ईं हात माता हात राजा ने भी बतावे हे, अणा मेंऊँ पाँच को तो नास वे चुक्यो हे, एक अबाणू भी राज करे हे, अन एक आलतरे आयो ने हे। पण जद्याँ वो आई, तद्याँ थोड़ीक टेम वाते रेई।
वीं डरावणा जनावर का एक माता में अस्यान को घाव हो, जणीऊँ अस्यान लगारियो हो के, वो अबे मर जाई। पण वींको ओ घाव भरग्यो, जणीऊँ हारी धरती का मनक अचम्बा करन वींके हाते वेग्या।
अन वीं दस हिंगड़ा जिंने थें देक्या हा अन वाँके हाते वीं डरावणा जनावर वीं वेस्याऊँ नपरत करी, वीं वींको हारोई कोसन वींने उगाड़ी कर देई। अन वींको माँस खई जाई अन वींने वादी में बाल देई।