ईं बाताँ हुणन पिलातुस ईसू ने बारणे लायो अन वटे न्याव की गाद्दी पे बेटग्यो, वीं जगाँ ने भाटो को चबुतरो भी केता हो। जिंने इबरानी भासा में “गब्बता” भी केता हा।
वीं उन्याँऊँ लड़ी, पण वो उन्यो आपणाँ बलाया तका, चुण्या तका अन आपणाँ गेले चालबावाळा मनकाँ ने हाते लेन वींने हरा देई, काँके वो उन्यो राजावो को भी राजा अन परबू को भी परबू हे।”