20 जणीऊँ वणा अंगूर ने नगर का बारणे गुद्या ग्या, अन रस कुण्ड मयनेऊँ अतरो लुई निकळग्यो के, वो घोड़ा की लगाम तईं पोंछग्यो अन हो कोस तईं फेलग्यो।
वाँका लास वीं मोटा नगर का चोक में पड़ी रेई, जटे वाँका परबू ने हूळी पे लटकाया हा। ईं नगर ने ईंकी बुरई का वजेऊँ सदोम अन मिसर का नामऊँ भी बोल्यो जावे हे।