तो वो अजगर वीं लुगई पे गुस्सा में आग्यो, अन वो वीं लुगई का वाँ मनकाँ पे जी परमेसर की आग्या मान्याँ करता हा अन ईसू मसी की गवई देता हा वाँकाऊँ लड़बा का वाते निकळग्यो।
मूँ जाणूँ हूँ के, थूँ वटे रेवे हे जटे सेतान की गाद्दी हे। अन मारा ईं नाम पे विस्वास करे हे जद्याँ के, थाँरा नगर में मारो विस्वास जोगो दास अन्तिपास वटे मारिया ग्यो, जटे सेतान की जगाँ हे। तो भी थूँ विस्वासऊँ ने छेटी व्यो।
मूँ थाँका काम ने जाणूँ हूँ। देको, में थाँका हामे एक बारणो खोल्यो हे, जिंने कुई भी जड़ ने सके। मूँ जाणूँ हूँ के, थाँरा नके थोड़ीक तागत हे, तो भी थें मारी आग्या मानी हे, अन मारो नाम लेणो भी ने छोड़्यो।