1 तद्याँ में देक्यो के, मारी हामे सिय्योन मंगरी पे उन्यो ऊबो हे। वींके हाते एक लाक चमालिस हजार मनक हा, ज्याँका माता पे वींको अन वींका बापू को नाम लिक्यो तको हो।
जस्यान सास्तर केवे हे के, “हुणो, में सिय्योन में एक भाटो मेल राक्यो हूँ, ज्यो ठोकर खवाड़े हे अन एक छाँट ज्यो पाप करावे हे। पण वो ज्यो वींमें विस्वास करी, वो कदी हरमा ने मरी।”
अन मूँ कई देकूँ हूँ के, मारा हामे एक धोळो वादळा हे अन वींके ऊपरे एक मनक बेट्यो तको वो मनक का पूत का जस्यान को दिकरियो हो, वणी आपणाँ माता में होना को मुकट पेर मेल्यो हो अन वींका हात में एक धार दिदी तकी दाँतळी ही।
वीं मनक गादी का हामें, च्यारई जीवता जीव का हामे अन पुरवजाँ का हामे नुवो गीत गारिया हा। अन ईं गीत ने वीं एक लाक चमालिस हजार मनक ज्याँने धरती का बन्धनऊँ छुड़ाया ग्या हा, वाँने छोड़न कुई भी ओ गीत ने हिक सकतो हो।
ज्यो भी जिती वींने मूँ परमेसर का मन्दर को थम्बो बणाऊँ। अन वींके केड़े, वो कदी बारणे ने जाई। मूँ वींपे मारा परमेसर को नाम लिकूँ। मूँ वींपे नुवो यरूसलेम को नाम लिकूँ, जो परमेसर का हरगऊँ उतरबावाळो हे। मूँ वींपे मारो नुवो नाम भी लिकूँ।
ईंका केड़े में देक्यो के हरग को बारणो खुल्यो हे अन वाँ अवाज जो मने पेल्याँ हुणई दिदी ही, रणभेरी की अवाज में बोलरी ही के, “ऊपरे अई जा, मूँ थने वीं बाताँ बताऊँ जीं आबावाळा टेम में पकी वेबावाळी हे।”
अन में फिका पीळा रंग को घोड़ा देक्यो। ज्यो वींपे सवार हो वींको नाम मोत हो, वींके पाछे-पाछे पाताळ हो वींने धरती का एक चोता भाग पे हक दिदो ग्यो के, वो तरवारऊँ, काळऊँ, मांदकीऊँ अन धरती का जनावराऊँ मनकाँ ने मरावे।