7 ईंका केड़े हरग में लड़ई सरू वेगी जिंमें मुक्यो मीकाईल हरग-दुत अन वींका हरग-दुत अन वीं मोटा अजगर का बचमें लड़ई वीं अन वो अजगर भी वींके दुताँ का हाते लड़्यो।
मनक को पूत हरग-दुताँ ने अदिकार का हाते खन्दाई, अन वीं च्यारूँमेरऊँ वणा हाराई मनकाँ ने भेळा करी जीं दूजाँ मनकाँ ने पाप में नाके हे अन वाँने ज्यो परमेसर की आग्या ने माने हे
मूँ ईं दरसण की वजेऊँ मोटो ने वे जऊँ, ईं वाते मारी देह में एक रोग दिदो ग्यो हे ज्यो सेतान को एक दूत हे अन ओ मने दुक देतो रेवे हे जणीऊँ मूँ घणो मेपणो ने कर सकूँ हूँ।
हारी चिजाँ परमेसर का वाते हे अन हारोई वींका आड़ीऊँ हे। परमेसर ने वोईस हव लाग्यो के, नरई बाळकाँ ने आपणी मेमा में लेजाबा का वाते ईसू ने दक का जरिये पाको बणावे। ईसू वणा बाळकाँ को मुगतीदाता हे।
काँके परमेसर वणा हरग दुताँ ने जी पाप करिया हा, वाँने भी ने छोड़्या अन वाँने पाताळ में अंदारा की कोटड़ी में नाक दिदा हे, ताँके वीं न्याववाळा दन तईं वटे पड़्या रे।
जद्याँ के हरग-दुत मीकाईल ज्यो दुताँ को मुक्यो हो, वो मूसा की लास का वाते सेतानऊँ वाद-विवाद कररियो हो, तो भी वो वींके हामे सेतान ने कई बुरी बात बोलबा की हिम्मत ने किदी, पण अतरोक बोल्यो के, “परबू थने तापड़ी।” काँके वींका नके भी न्याव करबा को अदिकार ने हो।