जद्याँ वीं थाँने पकड़ी तो थाँ आ चन्ता मती करज्यो के, थाँने कई केणो हे अन कस्यान केणो हे, काँके वीं टेम में थाँने पुवितर आत्मा बता देई के, थाँने कई केणो हे।
ज्यो बीज झाड़क्याँ में वाया ग्या, वीं वणा मनकाँ का जस्यान हे, ज्यो परमेसर का बचन ने हुणे हे, पण ईं दनियाँ की चन्ता अन धन-माया को लोब-लाळच वाँने परमेसर को बचन भुलई दे के, परमेसर वाँकाऊँ कई छावे हे अन वो फळ ने लावे।
अन यद्याँ थाँ भी थाँकी परातना में माँने आद करन मदत किदी तो जीं मनक माकाँ वाते अरज करे हे के, माकाँ पे परबू की दया वे, अन परमेसर ज्यो माकाँ वाते किदो हे वींका वाते वणा मनकाँ ने भी धन्नेवाद देबा को मोको मल जाई।
अन मसीऊँ मली तकी सान्ती ने थाँका हरदा में राज करबा दो। परमेसर थाँने एक हाते एकीस देह में अणीस सान्ती में रेवा का वाते बलाया हे। अन हरदाण परमेसर को धन्नेवाद करता रेवो।