ईसू वींने क्यो, “मारे हात मती लगा, काँके मूँ अबाणू बाप का नके ने ग्यो हूँ। पण, मारा भायाँ का नके जान वाँने के दे के, ‘मूँ मारा बाप अन थाँका बाप अन मारा परमेसर अन थाँका परमेसर का नके ऊपरे जारियो हूँ।’ ”
मने आ भी दरपणी लागे हे के, जद्याँ मूँ थाँकाऊँ मलबा आऊँ तो थाँका हामे मारो परमेसर मने हरमा ने मारे। मने वाँका वाते ज्यो पेल्याँ पाप किदो हो जस्यान कुकरम, हूगळोपणो अन भोग-विलास में जीव जियो हो अन आ बाताँ ने करबा का केड़े भी वीं आपणाँ मन ने ने फेरिया, वाँ वाते रोणो ने पड़े।
अन थाँका मन की आक्याँ खुल जावे ताँके थाँने पतो चाल जावे के वा आस कई हे, जिंका वाते थाँने वणा बलाया हे। अन जणी हक ने वो आपणाँ हारई पुवितर लोगाँ ने देई, वो कतरो मोटो अन अनमोल हे।
मूँ हाराई पुवितर मनकाँऊँ फोरो हूँ, पण मारा पे आ करपा वीं के, मूँ मसी का अनमोल धन ने ज्यो हमजऊँ बारणे हे वींका हव हमच्यार ने ज्यो यहूदी ने हे वाँ लोगाँ ने हूणाऊँ
वाँ बात परमेसर जिंका पे परगट करणो छारिया हो, वाँने ध्यान वीं जावे के, वीं परमेसर की मेमा को मोल हाराई मनकाँ में कई हे, अन वाँ बात आ हे के, मसी ज्यो मेमा की आस हे वाँ थाँकामें बणी तकी रेवे हे।
मसी का बचना ने आपणाँ हरदा में नराऊँ-नरा वसबा दो अन हाराई ग्यानऊँ एक दूजाँ ने हिकावो अन हेंचेत करता रेवो। थाँका हरदाऊँ परमेसर को धन्नेवाद करता तका भजन, बड़ई का गीत अन आत्मिक गीत गाता रेवो।
हाराई परमेसर का पुवितर मनकाँ का हाते थाँका परेम अन परबू ईसू पे थाँका विस्वास का बारा में हुणन, मूँ हरदाण परमेसर को धन्नेवाद करूँ हूँ अन परातना में थाँने आद करूँ हूँ।
अबे मूँ वाँने जो थाँका मयने परदान मान्याँ जावे हे, वाँकाऊँ परातना करूँ हूँ, मूँ खुद एक दानो परदान हूँ अन जो दुक मसी जेल्यो हो वींको मूँ गवा हूँ अन आबावाळी मेमा को मूँ भागी हूँ।