“मूसा का नेम अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की बाताँ को परच्यार यहुन्ना बतिस्मा देबावाळा की टेम तईं व्यो, ईंका केड़े परमेसर का राज का हव हमच्यार को परच्यार व्यो अन नरई मनक परमेसर का राज में आबा का वाते खुब मेनत करिया हे।
हाँचा खतनावाळा तो आपींइस हा काँके परमेसर की आत्माऊँ वींकी भगती आपींइस करा हाँ अन आपीं आपणो भरोसो दिकबावाळा रिति-रिवाज पे ने पण ईसू मसी पे मेपणो राका हाँ।
कुई मनक दया को दिकावो करन हरग-दुताँ की पुजा करन थाँने थाँका फळऊँ छेटी ने कर दे। अस्यान मनक देकी तकी बाताँ में लाग्या तका रेवे, अन आपणी दनियादारी की हमज ने बेकार में फुलावे अन बड़ावे हे।
वणा आपाँने परमेसर का मनक वेबा वाते बंचाया अन बलाया हे, ओ सोभाग्य आपणाँ पे आपणाँ कामाँ का जस्यान ने मल्यो हे, पण ओ तो वाँकी दया अन वाँका मकसद वाते आपाँ पे ने मल्यो हे, ज्यो ईसू मसी में सरुवातऊँ आपणाँ वाते हो।
ईं वाते आवो, मसी की हिक की सरुआत की बाताँ ने छोड़न आपाँ पाका वेबा का वाते आगे बड़ता जावा। अन आपाँ सरुआत की हिक की नीम पाच्छी ने नाका, जस्यान के, मोत का आड़ी लेजाबावाळा कामाँऊँ मन फेरणो, अन परमेसर पे विस्वास करणो,
जीवन जीवबा का वाते अन परमेसर की सेवा करबा का वाते जो कई भी आपणे छावे हे, वो हारोई परमेसर आपणी तागतऊँ आपाँने दिदो हे। काँके आपाँ वींने जाणा हाँ, जणी आपणी धारमिकता अन मेमा की वजेऊँ आपाँने बलाया हे।