तद्याँ पोलुस ओ हमजो के एक समू सदुकियाँ को अन दूजो फरीसियाँ को हे, तो सबा में जोरऊँ क्यो, “हो भायाँ, मूँ फरीसी हूँ अन फरीसी की ओलाद हूँ। मरिया केड़े पाछो जीवतो वेबा की बात पे मूँ विस्वास करूँ हूँ ईं वाते मारा पे मुकदमो चलायो जारियो हे।”
यो वोईस हे, जिंने आपणी बाराई गोताँ रात-दन पूरा भगती-भावऊँ परमेसर की सेवा-चाकरी करता तका पाणो छाता हा। हे राजा, अणीस भरोसा के वाते यहूदी मारा पे दोस लगारिया हे।
वणी बन्दरगा में हियाळा का दन काटणा हव कोयने हा, ईं वाते घणा लोगाँ तो ते किदो के, वे सके तो वटूँ कस्यान भी फिनिक्स जान हियाळा का दनाँ ने काटाँ। ओ तो क्रेता को एक बन्दरगा हो जो लंकव-आतमणो अन धरव-आतमणो का आड़ी खलतो हो।
पण आपाँ हाराई भी एक का केड़े एक जिवाया जावाँ। हाराऊँ पेल्या मसी ने जिवायो ग्यो अन वाँका केड़े वाँका दूजी दाण आबा की टेम पे वाँने ज्यो मसी का मनक हे वाँने जीवाई।
पण मूँ आपणी देह ने घणी मेनत करान खुद का क्या में राकूँ हूँ, ताँके कटे अस्यान ने वे जावे के, दूजाँ का उपदेस देयाँ केड़े मूँ परमेसर का आड़ीऊँ बेकार मान्यो जाऊँ।
पण मने दरपणी लागे हे, काँके कदी अस्यान ने वेजा के, जस्यान धरती की पेली लुगई ज्या हवा ही, वींने हाँप आपणी चालऊँ भटका दिदी ही, वस्यानीस ईं थाँका मन भी मसी की भगतीऊँ अन पवितरताऊँ ज्यो आपाँने मसी का वाते राकणी छावे, वणीऊँ भटका ने दिदो जावे।
ईं वाते जद्याँ माराऊँ ओरी ठमाव ने व्यो तो में थाँका विस्वास का हाल-चाल जाणबा का वाते वींने खन्दायो। परमेसर करे अस्यान ने वेणो छावे के, परकबा वाळी बाताँऊँ थाँ लाळच में आन मारो करियो-करायो काम बेकार तो ने कर दिदो।
काँके वो दन जद्याँ तईं ने आवे तद्याँ तईं आकरी विरोद ने जावे अन पाप को मनक परगट ने वे जावे, जिंने परमेसर नास करी, ईं वाते किंके भी अन किंकी ठग-वद्याँ में मती आ जाज्यो।
अन अबे वटे परमेसर का हाते जीत को ईनाम मारी वाट नाळरियो हे, जिंने धरमी अन खरा न्याव करबावाळा परबू आकरी दन में मने देई। मने एकला नेईस ने, पण वाँ हाराई ने भी ज्यो परेम का हाते वींके परगट वेबा की वाट नाळे हे।