जणी नगर में थाँकी आवभगत ने वेवे, वटूँ निकळता तका आपणाँ पगाँ को धूळो वटेईस जाटक दिज्यो, ताँके ईं बात को वाँने पतो पड़ जावे के, वाँका नास को कारण वे खुदईस हे।”
के, थाँ वींकी ईं तरियाऊँ आवभगत करज्यो, जणी तरियाऊँ परमेसर का मनकाँ की किदी जावे हे। वींने थाँकाऊँ ज्या भी मदत छावे, वाँ मदत वींने दिज्यो, काँके वणी घणा मनकाँ की मदत किदी अन मारी भी मदत किदी।
मारा हाते का केदी अरिस्तखुस भी थाँने आद कररियो हे वस्यानीस बरनबास को भई मरकुस भी थाँने आद करे हे। (जद्याँ मरकुस थाँका नके आई तो थाँ वींकी आवभगत करज्यो ईंका वाते में थाँने पेल्याँई आदेस दे दिदो हो।)
हो भायाँ-बेना माँ थाँकाऊँ आ अरज करा हाँ के, जतरा भी मण्डली का अगुवाँ थाँका वाते मेनत करे, परबू में थाँने गेलो बतावे हे अन आदेस देवे हे, वाँको मान करिया करो।
एक परदान का रूप में जतरा भी मोतबीर मनक हव काम करे हे, वीं दुणा आदर-मान के जस्यान हमज्या जावे, खास तरियाऊँ वीं ज्यो परच्यार अन हिकाबा में घणी मेनत करे हे।
आपणाँ आत्मिक मुक्या को भरोसो करो अन वाँके बंस में रो। वीं परमेसर का हामें थाँको लेको देबावाळा का जस्यान वीं जागता तका थाँके जीव की रुकाळी करे हे। अन यद्याँ वस्यानीस करो, तो वीं यो काम राजी वेन करी, पण थाँ वस्यान ने करो, तो वीं यो काम दकऊँ करी। अन अणीऊँ थाँको कई नफो ने वेई।
ईं वाते जद्याँ मूँ आऊँ तद्याँ बताऊँ के, वो कई-कई करे हे। वो जूट बोल बोलन आपणाँ पे जूटा दोस लगावे हे अन वो योईस ने करे, पण भायाँ की आवभगत भी ने करे अन ज्यो कुई वाँकी आवभगत करणो भी छावे हे, तो वाँने वो करबा भी ने देवे अन वो वाँने मण्डली का बारणे काड़ देवे हे।