17 थाँको विस्वास ज्यो परमेसर के चड़ी तकी बली अन सेवा के जस्यान हे, वींका वाते यद्याँ मने मारो लुई भी वेवाड़णो पड़े तद्याँ भी मूँ राजी हूँ अन थाँ हाराई का हाते खुसी मनाऊँ हूँ।
पण मूँ आपणाँ जीव ने कई ने हमजूँ। मूँ तो बेस वीं दोड़ अन सेवा का काम ने पूरो करणो छारियो हूँ, जिंने में परबू ईसुऊँ पाई हे, जो परमेसर की करपा का हव हमच्यार की गवई देणो हे।”
ईं वाते हो मारा भायाँ, मूँ थाँने परमेसर की दया की आद अवाड़न थाँकाऊँ अरज करूँ हूँ के, थाँ थाँकी देह ने जीवता अन पुवितर बलीदान का रूप में परमेसर ने राजी करबा का वाते दिदो। आ थाँकी आत्मा की हाँची सेवा हे, जिंने थाँने करणी हे।
काँके जी यहूदी ने हे, वाँ मनकाँ का वाते ईसू मसी को दास वेन, मूँ परमेसरऊँ मल्या तका हव हमच्यार को परच्यार करबा का वाते मूँ एक याजक की जस्यान काम करूँ हूँ, जणीऊँ वीं मनक भी परमेसर के चड़बा जोगी भेंट बण सके अन पुवितर आत्मा के जरिये परमेसर का वाते पुरी तरियाँ पुवितर बणे।
जटा तईं मारी बात हे तो, मारा नके ज्यो कई भी हे, वींने थाँका वाते राजी वेन खरच करूँ अटे तईं के, मूँ खुद ने भी थाँका वाते दी देऊँ। यद्याँ मूँ थाँकाऊँ घणो परेम करूँ हूँतो थाँ कई माराऊँ कम परेम करो?
थाँ भी जीवता भाटा का जस्यान हो थाँने आत्मिक मन्दर का रूप बणाया जारिया हे, जणीऊँ थाँ पुवितर याजक का जस्यान बणन अस्यान का आत्मिक बलीदान चड़ावो, जो ईसू मसी के वजेऊँ परमेसर के चड़ाबा का जोगा वेवे।
ईसू मसी आपाँ वाते आपणाँ जीवन त्याग कर दिदो हो, ईं वजेऊँ आपाँ जाण सका हाँ के, परेम कई हे? ईं वाते आपाँने भी आपणाँ भायाँ वाते जान भी देणी का वाते त्यार रेणो छावे।