माँ थाँका हामे पाच्छी खुद की बड़ई ने कररियाँ, पण थाँने एक मोको देरिया हाँ के, थाँ माकाँ पे मेपणो कर सको। ज्यो मनक आपणाँ हरदा की बाताँ ने छोड़न दिकावाँ की बाताँ पे मेपणो करे हे वाँने थाँ जवाब दे सको।
थाँका वाते जीं बाताँ बड़-चड़न किदी ही, वणी वाते मने हरमा ने मरणो पड़्यो, पण जस्यान माँ थाँने हाँची-हाँची क्यो हो, वस्यानीस थाँका बारा में, में मारो मेपणो तीतूस का हामे हाँच का हाते परगट किदो हे।
हाँचा खतनावाळा तो आपींइस हा काँके परमेसर की आत्माऊँ वींकी भगती आपींइस करा हाँ अन आपीं आपणो भरोसो दिकबावाळा रिति-रिवाज पे ने पण ईसू मसी पे मेपणो राका हाँ।
मूँ परबू में घणो राजी हूँ के, अबे अतरा दनाँ केड़े थाँ मारा बारा में होच्यो हे। मूँ ओ ने कूँ के, थाँ मारा बारा में होचणो छोड़ दिदो हे। पण मूँ जाणूँ हूँ, थाँने ओ करबा को मोको ने मल्यो।