14 मारो जेळ में रेवा का मस परबू पे विस्वास राकबावाळा नरई भायाँ की हिम्मत बड़गी अन वाँको धिज्यो हव हमच्यार ने बना दरप्या हुणाबा का वाते नरोई बड़ग्यो हे।
थाँ हाराई का वाते मने अस्याईस बच्यार राकणा हव हे, काँके थाँ हाराई मारा मन में बस्या तका हो। अन जद्याँ मूँ हाकळाऊँ बन्दयो तको हूँ अन हव हमच्यार ने साबत करबा अन पाको बणाबा में भी लागरियो हूँ, थाँ मारा हाते परमेसर की दिदी तकी अणीस करपा में भागी हो।
थाँ ओ भी जाणो हो के, थिस्सुलुनिक्यों आबाऊँ पेल्याँ फिलिप्पी नगर में माँ दुक उटायो अन बेजत व्या, पछे भी माँने परमेसर का आड़ीऊँ अस्यान की हिम्मत मली के, थाँने हव हमच्यार हूणावाँ।
अन ईं हव हमच्यार ने परच्यार करबा की वजेऊँ मूँ दुक जेलरियो हूँ अन एक गुनेगार के, जस्यान हाँकळा में बन्दयो तको हूँ, पण परमेसर का बचना पे कुई बन्धन कोयने हे।