वाँका हाते माँ माकाँ एक ओरी भई ने खन्दारिया हाँ, जिंने माँ घणी बाताँ में अन घणी दाण भलई करबा का वाते त्यार देक्यो हे अन अबे वींने थाँका पे घणो विस्वास हे, जणीऊँ वींने थाँकी मदत करबा की मरजी घणी हेली वेगी हे।
परबू में माँने थाँका वाते पाको विस्वास हे अन थाँका बारा में माँने कई चन्ता ने हे के, जस्यान माँ थाँने करबा वाते क्यो हो थाँ वस्यानीस कररिया हो अन करता रेवो।