14 पण हे फिलेमोन थाँरी हा के बना मूँ कई ने करणो छारियो हूँ ताँके थूँ ज्यो भी हव काम करे हे, वो जबरदस्तीऊँ ने पण खुद की मरजीऊँ करे हे।
काँके यद्याँ आपणी मरजीऊँ ओ करूँ हूँ, तो मूँ ईनाम के जोगो हूँ, पण यो काम तो मूँ मारी जिमेदारीऊँ करूँ हूँ काँके परमेसर मने यो काम हूँप्यो हे।
कूण आपणाँ घर की कमई खान सपई को काम करे हे? कूण अंगूरा को बाग लगान वींको फळ ने खावे हे? कूण गवाळ्यो गारा की रुकाळी करन वाँको दूद ने पिवे?
अन ईंको ओ मतलब ने के, माँ थाँका विस्वास पे काबू पाणो छारिया हाँ। थाँ तो थाँका विस्वास में गाटा हो अन माँ तो थाँकी खुसी में थाँका हाते हाँ।
काँके जस्यान देबा को मन वेवे हे वस्यानीस वींको दान गरेण किदो जावे हे। मारो केणो हे के, जतरोक वे वतरो दे दिज्यो वणीऊँ बड़न मती देज्यो।
ईं वाते मूँ भायाँऊँ अरज कररियो हूँ के, वीं पेल्याइस थाँका नके परा जावे अन थाँका नकेऊँ वीं दान जिंका बारा में थाँ पेल्याँईं बचन दिदो हो, वींने त्यार राको अन ओ मारा जोरऊँ ने हो, पण थाँकी हरदा की खुसी जस्यान वे।
थाँ जतरो मन में होच्यो हे वतरोइस दान दो, ने तो वो दकऊँ अन ने किंका जोरऊँ, काँके परमेसर वणीऊँ परेम करे हे ज्यो हरदा की खुस वेन दान देवे हे।