20 जदी वी छोरा ने वाँका नके लाया। अन जस्यानीस हुगली आत्मा ईसू ने देक्यो, तो वीं छोरा ने कल्ड़ो कर दिदो। वो नीचे पड़ग्यो अन तड़पबा लागो। वींका मुण्डामूँ जाग निकळबा लागा।
जदी या हुगली आत्मा वींने धँधुणती, तो वा ईंने जमीं पे नाक दे अन ईंका मुण्डाऊँ जाग निकळे अन यो दाँत पीसबा लाग जावे अन कल्ड़ो वे जावे। में थाँरा चेलाऊँ ईं हुगली आत्माने बारणे निकाळबा के वाते परातना करई। पण, वीं ईंने ने निकाळ सक्या।”
अन अणाचेत की एक हुगली आत्मा वींमें आ जावे हे अन वो हाको करबा लाग जावे अन वाँ वींने अस्यो मरोड़े हे के, वींका मुण्डाऊँ जाग आ जावे हे। अन वाँ वींने कदीस ने छोड़े हे अन हमेस्यान वींका सरीर ने खारी ही।
थाँको बाप तो सेतान हो अन थाँ वींकी मरजी ने पुरी करणा छावो हो। वो तो ठेटऊँ हत्यारो हो। वो कदी भी हाँच का आड़ी ने रियो, काँके वींमें हाँच कोयने हे, जद्याँ वो जूट बोले हे, तो आपणाँ हाव-भाव के तरिया बोले हे। काँके वो जूटो हे अन हरेक जूट को बाप हे।