तद्याँ लोग-बाग हुगली आत्मा धस्यी तका एक मनक ने ईसू का नके लाया ज्यो वणी आत्मा की वजेऊँ आंदो अन गूँगा हो। अन ईसू वींने हव किदो, अन वो बोलबा अन देकबा लागो।
अन हाता-जोड़ी करन बोल्यो, “मारी फोरीक छोरी मरबा ने हे। मारी परातना हे के, थूँ मारी लारे चाल अन आपणो हात वींका माता पे मेल, जींऊँ वा हव वेजा अन मरबाऊँ बंच जावे।”
जदी या हुगली आत्मा वींने धँधुणती, तो वा ईंने जमीं पे नाक दे अन ईंका मुण्डाऊँ जाग निकळे अन यो दाँत पीसबा लाग जावे अन कल्ड़ो वे जावे। में थाँरा चेलाऊँ ईं हुगली आत्माने बारणे निकाळबा के वाते परातना करई। पण, वीं ईंने ने निकाळ सक्या।”
जद्याँ वणी अदिकारी यो हुण्यो के, ईसू यहूदियाँ परदेसऊँ गलील परदेस में आग्या हे, तो वो वाँके नके ग्यो अन वाँकाऊँ अरज करबा लागो के, “चालो, अन मारा छोरा ने हव कर दो, काँके वो मरबा में हे।”